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अगर सीमेन/वीर्य को सही तरह से एकत्र नहीं किया गया तो आपकी जाँच सही ना आये ऐसा हो सकता हैं | इसके लिए निम्न बातों का ध्यान रखना जरुरी हैं :

1. पति – पत्नी के मध्य कम से कम 3 व ज्यादा से ज्यादा 7 रातों का अंतर हो | बहुत ज्यादा अंतर व बहुत कम अंतर से जाँच में बदलाव होने की संभावना हो सकती हैं |

2. यदि सीमेन/वीर्य के जाँच सैंपल देने के स्थान पर मरीज असामान्य महसूस कर रहा हैं तो एसी परिस्थिति में वीर्य की मात्रा कम हो सकती हैं | यह भी एक कारण हो सकता हैं जाँच के सही न आने का | मरीज को हमेशा एसे स्थान का चुनाव करना चाहिए जो उसे आरामदायक हो |

3. सीमेन/वीर्य के जाँच सैंपल देने का सबसे अच्छा समय सुबह का होता हैं | लेकिन मरीज की सुविधा के अनुसार कोई भी समय का चुनाव किया जा सकता हैं |

4. सीमेन/वीर्य के जाँच सैंपल को एकत्रित करने के लिए घरेलु कंटेनर/पात्र का उपयोग नहीं करना चाहिए | घरेलु कंटेनर/पात्र में डिटर्जेंट पाउडर/सोडा उपयोग होने से एकत्रित होने वाले शुक्राणुओं की गतिशिलता कम हो जाती हैं | इसलिए सीमेन/वीर्य का जाँच सैंपल लैब द्वारा दिए गए कंटेनर/पात्र में ही एकत्रित करें |

5. सीमेन/वीर्य का जाँच सैंपल एकत्रित करने के तरीके –

a. मरीज हस्तमैथुन के द्वारा सीमेन/वीर्य का जाँच सैंपल एकत्रित कर सकते हैं |

b. जो मरीज हस्तमैथुन के साथ सुविधाजनक महसूस नहीं करते है वह अंतरित मैथुन / अपूर्ण (Coitus interruptus) मैथुन के द्वारा सीमेन/वीर्य का जाँच सैंपल एकत्रित कर सकते हैं | जिसमे पति पत्नी आपस मे संबंध बनाये (Intercourse) व समय आने पर (Ejaculation) पात्र में वीर्य एकत्रित करे |

c. तीसरा तरीका, विशेष कंडोम(nontoxic) में natural intercourse द्वारा सीमेन/वीर्य का जाँच सैंपल एकत्रित कर सकते हैं |इन कंडोम से सीमेन/वीर्य की गुणवत्ता पर कोई भी प्रभाव नहीं पड़ता हैं |

6. सीमेन/वीर्य का जाँच सैंपल कंटेनर/पात्र में ही एकत्रित करते समय विशेष ध्यान रखे की कंटेनर/पात्र का डक्कन लगाते हुए एक बूंद पानी भी उसमे ना जाये |

7. यदि सीमेन/वीर्य का जाँच सैंपल घर पर ही कंटेनर/पात्र में एकत्रित किया गया हैं तो निम्न बातों का विशेष ध्यान:

a. घर से लैब तक जाँच सैंपल 1 घंटे के समय अन्तराल में पहुँच जाना चाहिए |

b. घर से लैब तक जाँच सैंपल ले जाते वक़्त तापमान में परिवर्तन आता हैं जिसके नियंत्रण के लिए कंटेनर/पात्र को 2-3 टिश्यू की लेयर से कवर कर दीजिये | इसके पश्चात उस पर 1-2 लेयर अल्युमिनियम फॉयल की लगाई जानी चाहिए |

c. घर से लैब तक जाँच सैंपल ले जाते वक़्त कंटेनर/पात्र को वस्त्रों की अंदर वाली परत (Inner layer of clothes) में रख कर ले जावें |

8. अगर आपको विगत 3 महीने के अंदर बुखार आया हो तो sperm की संख्या व motility कम हो सकती है ।

9. सीमेन/वीर्य का सैंपल एकत्रित करते समय यदि सीमेन/वीर्य का कुछ अंश पात्र से बाहर रह जाता हैं तो लैब पर सूचित करें |

Dr. Shefali Jain

Dr. Shefali Jain is Gynecologist, Obstetrician & Infertility Specialist in Indore with more than 27 years of experience in the field of ART with highest success rate. She has received many awards for her exceptional work in the field of infertility. She has been an invited speaker to many national and international conferences.